मुर्गी पालन का व्यवसाय कैसे शुरू करें (How to Start Poultry Farm Business in Hindi)

Poultry Farm Business

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यदि आप कोई नया बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं तो आप ज़मीन से जुड़ा एक व्यवसाय चुन सकते हैं जिसमें बहुँत ज़्यादा टेक्नीकल मुश्किलें ना होने के बावजूद भी अच्छी कमाई है। ये बिज़नेस है मुर्गी पालन फार्म (Poultry Farm) । मुर्गी पालन सबसे तेज़ी से बढ़ने वाले कृषि व्यवसायों में से एक है। अंडे का उत्पादन तीन गुना बढ़ाने के लिए सरकार इस व्यवसाय के समर्थन में कई कदम उठा रही है ताकि बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हो सके और मुर्गी फार्म चलाने वाले किसानों को लाभ मिल सके। भारत सरकार पोल्ट्री फार्म व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय पशुधन मिशन चला रही है। भारत में मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार उदार निवेश कर रही है और BPL परिवारों को आर्थिक सहायता भी प्रदान कर रही है।

इस व्यवसाय के अकार का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि लगभग 2 करोड़ लोग पोल्ट्री उद्योग में काम कर रहे हैं। यहां हम भारत में मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करने के बारे में बताएंगें।

मुर्गी पालन फ़ार्म के लिए बिज़नेस प्लान (Poultry Farm Business Plan)

किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए एक बिज़नेस प्लान की ज़रूरत होती है। ये प्लान एक रोडमेप है जिसमें आपको बताया जाएगा कि आप कैसे ये व्यवसाय शुरू करें और आपको इसके लिए किन-किन चीज़ों की ज़रूरत होगी। पोल्ट्री फार्म खोलने (Open Poultry Farm) के लिए ज़रूरी जानकारी निम्नलिखित है:

• मुर्गी फार्म शुरू करने के लिए जगह ढूढे
• इक्यूपमेंट के बारे में पता करें
• कितने प्रकार की मुर्गीयों को फार्म में रख सकते हैं
• मुर्गी पालन फार्म खोलना का खर्च और उसके लिए लोन
• रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस प्रक्रिया
• मुर्गी फार्म को मैनेज कैसे करें

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मुर्गी फार्म शुरू करने के लिए जगह (Location to Open Poultry Farm)

पोल्ट्री फार्म (Poultry Farm) के लिए आवश्यक स्थान कौनसा होगा, यह मुख्य रूप से आपके पोल्ट्री फार्म के प्रकार पर निर्भर करता है जिसे आप शुरू करने की योजना बना रहे हैं। पोल्ट्री फार्म चार प्रकार के होते हैं, जैसे:

• बैटरी केज पोल्ट्री फार्म
• फ्री रेंज पोल्ट्री फार्म
• सेमी रेंज पोल्ट्री फार्म
• वाइल्ड पोल्ट्री फार्म

बैटरी केज पोल्ट्री फार्म में, आपको मुर्गियों के लिए 8000 वर्गफुट और फार्म की अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिए अतिरिक्त 2000 वर्गफुट की आवश्यकता हो सकती है। बैटरी केज सिस्टम में, पक्षी के चलने या दौड़ने के लिए पर्याप्त जगह नहीं होगी। वहीं, फ्री-रेंज पोल्ट्री फार्म के लिए आपको लगभग 12,000 से 36,000 वर्ग फुट क्षेत्र की आवश्यकता होगी। इसमें, मुर्गियों को खुले में छोड़ दिया जाता है।

सेमी रेंज पोल्ट्री फार्म फ्री-रेंज और केज सिस्टम दोनों का मिलाजुला रूप हैं। इस प्रणाली में, मुर्गी को पिंजरे में रखा जाता है और घूमने के लिए एक छोटा सी जगह दी जाती है। इसके लिए आपको लगभग 8000 वर्गफुट की आवश्यकता होगी। 2 वर्गफुट पिंजरे की जगह और 2 वर्गफुट घूमने के लिए जगह, जिसका अर्थ है प्रति पक्षी कुल 4 वर्गफीट। अंत में, वाइल्ड पोल्ट्री में, पक्षियों को एक प्राकृतिक वातावरण में पाला जाता है, जैसे कि बहुत सारे पेड़ वाले क्षेत्र। इस तरह की पोल्ट्री फार्म में, आपको लगभग 44,000 वर्गफुट क्षेत्र की आवश्यकता होगी, जहां एह एक मुर्गी के पास 2 वर्गफुट का पिंजरा और लगभग 15-20 वर्गफुट की जगह घूमने के लिए होती है।

मुर्गी फार्म के लिए इक्विपमेंट/ उपकरण (Equipment for Poultry Farm)

पोल्ट्री व्यवसाय के लिए कई प्रकार के उपकरणों की आवश्यकता होती है, जैसे:

पानी के उपकरण: जैसे ऑटोमैटिक वॉटरर, निप्पल ड्रिंकर, प्लास्टिक/लकड़ी से बना वॉटर बेसिन/ ग्रिल के साथ जीआई, पैन और जार टाइप, और मैनुअल ड्रिंकर।

फ्रिडिंग इक्विपमेंट: लीनियर फीडर, सर्कुलर फीडर, शेल ग्रिट फीडर, ऑटोमेटिक फीडर, आदि।

हीटर या ब्रूडर: इंफ्रा-रेड बल्ब, चारकोल या मिट्टी के तेल का स्टोव, रिफ्लेक्टर या होवर, आदि।

अन्य आवश्यक उपकरण हैं इनक्यूबेटर, चिक बॉक्स, फ्लाई ट्रे, एग ट्रे, पोल्ट्री प्लकर रबर फिंगर, पोल्ट्री इन्क्यूबेटर कंट्रोलर, वेंटिलेशन फैन, एग स्केल, लेइंग नेस्ट, पिंजरे, पानी पिलाने के लिए के बर्तन, ड्रेसिंग मशीन और एग वॉशर।

कितने प्रकार की मुर्गियों को फ़ार्म में रख सकते हैं (Types of Birds in Poultry Farm)

भारत दुनियाभर में पोल्ट्री के सबसे बड़े बाज़ारों में से एक है। चिकन, गीज़, टर्की, बत्तख, गिनी मुर्गी, बटेर, और कई तरह के पक्षियों की उपस्थिति के बावजूद, पोल्ट्री फार्म में प्रमुख रूप से मुर्गियां पालते हैं। दुनिया भर में चिकन के 600 से अधिक रूप मौजूद हैं, और 92 भारत में मांस और अंडे का उत्पादन करने के लिए पाले जाते हैं। भारत में चिकन की 3 सबसे आम श्रेणियां निम्नलिखित हैं –

ब्रायलर चिकन – ये बहुँत तेज़ी से बढ़ते हैं और 8 हफ़्तों में पूरी तरह से विकसित हो सकते हैं। ब्रायलर मुर्गियों में भी मांस की मात्रा अधिक होती है।

लेयर चिकन – ये मुर्गियों की एक अनूठी नस्ल हैं। वे 18 से 19 हफ्ते से ही अंडे देना शुरू करते हैं 72 से 78 हफ्ते का होने तक ऐसा करना जारी रख सकते हैं। लेयर मुर्गियां प्रति वर्ष 250 से अधिक अंडे का उत्पादन कर सकती हैं, और वे लगभग 2.25 किलोग्राम चारा खाती हैं।

रूस्टर चिकन – ये नर पक्षी है। जब वे छोटे होते हैं, तो उन्हें कॉकरेल कहा जाता है, और वयस्क होने पर उन्हें मुर्गा कहा जाता है। वे बढ़ने में समय लेते हैं लेकिन अपनी क्षेत्रीय प्रवृत्ति के कारण अंडे देने वाली मुर्गियों की रक्षा कर सकते हैं। रोस्टर बदलते परिवेश में जल्दी से ढलने में सक्षम हैं, और इसलिए उन्हें आसानी से ले जाया जा सकता है।

मुर्गी फ़ार्म खोलने का खर्च और उसके लिए लोन (Cost to open Poultry Farm and Loan)

मुर्गा पालन व्यवसाय (Poultry Farm Business) शुरू करने पर उसकी लागत मुख्य रूप से उसके पैमाने पर निर्भर करती है। भारत में, इसमें शामिल अनुमानित लागत इस प्रकार है –

• छोटे पैमाने के पोल्ट्री फार्म खोलने का खर्च – 50,000 रु. से 1,50,000 रु.
• मध्यम पैमाने के पोल्ट्री फार्म खोलने का खर्च – 1,50,000 रु. से 3,50,000 रु.
• बड़े पैमाने पर पोल्ट्री फार्म खोलने का खर्च – 7,00,000 रु. से 10,00,000 रु.

आर्थिक सहायता के लिए, आप बैंक में बिज़नेस लोन (Business Loan for Poultry Farm) के लिए आवेदन कर सकते हैं। भले ही दोस्तों या रिश्तेदारों से आप बिज़नेस के लिए पैसे ले सकते हैं लेकिन फिर भी सबसे अच्छा विकल्प बैंक से लोन लेना है। इसके कई कारण हैं पहला, भारत सरकार द्वारा देश के विभिन्न बैंकों को ये निर्देश दिया हुआ है, कि वे फार्मिंग के लिए लोन दें. अतः बैंक कृषि लोन देने के लिए कटिबद्ध है. साथ ही सरकार कृषि लोन का जोखिम भी क्रेडिट गारंटी योजनाओं के द्वारा अपने ऊपर ले लेती है। दूसरा और मुख्य कारण, इस व्यवसाय के लिए जो लोन आपको मिलता है उस पर 0% ब्याज लागू होता है, मतलब आपको ली गई मूल राशि के अलावा किसी तरह का ब्याज बैंक को देने की ज़रुरत नहीं है।

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मुर्गी पालन फार्म खोलने के लिए रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस (Registration and Licence Poultry Farm)
भारत में पोल्ट्री फार्म से संबंधित कानूनी पहले कड़े थे। हालांकि, पोल्ट्री उत्पादों की बढ़ती मांग को देखते हुए, भारत सरकार पोल्ट्री फार्म व्यवसाय को समर्थन और बढ़ावा देने के लिए कदम उठा रही है। इसलिए, सही कानूनी सहायता के साथ, कोई भी मुर्गी पालन फार्म खोलने के लिए अनुमति और लाइसेंस प्राप्त कर सकता है। भारत में ये व्यवसाय शुरू करने के लिए आवश्यक लाइसेंस इस प्रकार हैं –

• स्थानीय ग्राम पंचायत से नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC)
• प्रदूषण बोर्ड से नो-ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC)
• बिजली के उपयोग की अनुमति। पोल्ट्री फार्म के आकार के आधार पर इलेक्ट्रिकल ट्रांसफार्मर का उपयोग करने की आवश्यकता होगी
• भूजल विभाग से लाइसेंस लेना होगा

मुर्गी फ़ार्म को मैनेज कैसे करें (How to Manage a Poultry Farm)

पक्षियों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती बरतना ज़रूरी है, जो उनके उचित पोषण और विकास में मदद करेगा। पोल्ट्री फार्म चलाते समय कुछ मुश्किलें होती हैं, लेकिन मुख्य है पक्षी समबंधित बीमारियाँ। मुर्गियों को स्वच्छ पानी, पौष्टिक भोजन और उन्हें टिका लगवाना आवश्यक है। पर्याप्त उपाय करने से किसी मुर्गी को बीमारियों और अन्य संभावित जोखिमों का सामना नहीं करना पड़ेगा जिससे फार्म के मालिक को भारी नुकसान नहीं होगा।

मुर्गी पालन व्यवसाय में लाभ (Profit in Poultry Farm Business)

पोल्ट्री फार्मिंग भारत में एक लाभदायक व्यवसाय है। व्यवसाय शुरू करने के 6 महीनों के अंदर आप लाभ कमाना शुरू कर सकते हैं। व्यवसाय का आकार लाभ कमाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि, यह देखा गया है कि छोटे पैमाने के मुर्गी पालन फार्म से भी अच्छा लाभ कमाया जाता है। इसके अतिरिक्त, केवल अंडे और मांस की बिक्री के अलावा, अतिरिक्त लाभ के लिए पंख और खाद जैसे उत्पादों को बेचने का विकल्प भी चुना जा सकता है।

यह हमेशा सलाह दी जाती है कि यदि आप अपना खुद का पोल्ट्री फार्म व्यवसाय शुरू करने की योजना बना रहे हैं, तो शुरू करने से पहले, पोल्ट्री फार्म के कामकाज के बारे में व्यावहारिक जानकारी प्राप्त करने के लिए एक चल रहे फार्म में जाएँ।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
प्रश्न. मुर्गी पालन व्यवसाय क्या है?
उत्तर: मांस और अंडे बेचने के व्यवसाय से लाभ कमाने के लिए पक्षियों को पालना मुर्गी पालन कहलाता है।

प्रश्न. मुर्गी पालन व्यवसाय (Poultry Farm Business) शुरू करने के लिए कितने लोगों की आवश्यकता है?
उत्तर: आपके पोल्ट्री फार्म के आकार या पक्षियों की संख्या के आधार पर लोगों की आवश्यकता अलग-अलग होगी। उदाहरण के लिए, यदि आप 500 से अधिक पक्षियों के साथ अपना फार्म शुरू करते हैं, तो आपको फ़ार्म को मैनेज करने के लिए दो से 4 लोगों की आवश्यकता होगी। इसी तरह, जैसे जैसे आप फार्म में मुर्गियों की संख्या बढ़ाते रहेंगें लोगों की ज़रूरत बढ़ती जाएगी।

प्रश्न. क्या मुझे पोल्ट्री फार्म शुरू करने के लिए बिज़नेस लोन मिल सकता है?
उत्तर: हां, पोल्ट्री फार्म शुरू करने के लिए आपको बिज़नेस लोन (Business Loan for Poultry Farm) मिल सकता है। कई बैंक पहले से ही मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए लोन प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा, ऐसी सरकारी योजनाएं हैं जिनके तहत आप लोन प्राप्त कर सकते हैं और सब्सिडी भी प्राप्त कर सकते हैं।

प्रश्न. मुर्गी फार्म खोलने के बाद में उत्पाद कहाँ बेच सकता हूँ?
उत्तर: आप अपने पोल्ट्री उत्पादों को या तो बिचौलिए को या सीधे ग्राहकों को बेच सकते हैं। हालाँकि, दोनों ही तरीकों में, आपको सही लोगों के साथ नेटवर्क बनाने की आवश्यकता होगी ताकि आपके व्यवसाय में कोई बाधा न आए।

प्रश्न. मुर्गी पालन फार्म खोलने के लिए कितना खर्च होगा?
उत्तर: मुर्गा पालन व्यवसाय शुरू करने पर उसकी लागत (Cost to Open a Poultry Farm) मुख्य रूप से उसके पैमाने पर निर्भर करती है। भारत में, इसमें शामिल अनुमानित लागत इस प्रकार है –

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Author: Arora

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